
शिवराज यादव / हरिद्वार। सिक्ख समाज के पांचवे गुरु गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस धर्मनगरी में जगह-जगह ठंडा शरबत वितरित कर मनाया गया। कनखल स्थित निर्मल संतपुरा आश्रम गुरुद्वारे और ऐतिहासिक निर्मल विरक्त कुटिया गुरुद्वारे द्वारा भी राहगीरों को ठंडा शरबत, चना प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर आश्रम के परमाध्यक्ष संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस मनाया जा रहा है। गुरुद्वारे में 15 मई से 29 मई तक रोजाना सुखमनी साहिब का जाप किया गया। गुरु अर्जुन देव कौम के लिए हंसते हंसते शहीद हुए। उन्होंने जुर्म के खिलाफ आवाज उठाई और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया। उनके द्वारा अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का निर्माण कराया गया। जहां रोजाना लाखों की संख्या में देश विदेश से श्रद्धालु पहुंचकर माथा टेकते है।

निर्मल विरक्त कुटिया के संचालक बाबा पंडत ने कहा कि गुरु अर्जुन देव ने श्री गुरु ग्रन्थ साहिब का संपादन भी किया। उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। गुरु अर्जुन देव ने सुखमनी साहिब की रचना कर मानवता का संदेश दिया। सुखमनी साहिब के पाठ से मनुष्य के जीवन में सुख की प्राप्ति होती है। उन्होंने सिक्खों को निडरता से रहना सिखाया। इस अवसर पर संत मंजीत सिंह, संत तरलोचन सिंह, संत बलजिंदर सिंह शास्त्री, सरबजीत कौर, रमनदीप सिंह, जसप्रीत कौर, मंजीत सिंह, जोबन सिंह, नवजोत सिंह, सोनू सिंह, महेश, अंकित, मिक्की, हरभजन सिंह, भूपेंद्र सिंह, जश्नदीप सिंह, गुरजंट सिंह, सतविंदर सिंह, गुरबाबा सिंह, गुरविंदर सिंह, बसंत सिंह, श्रवण सिंह, सोहन सिंह, संजय, जोधवीर सिंह, विशाल, फतेह सिंह आदि उपस्थित थे।