
राजकुमार / हरिद्वार। कांवड़ मेला 2025 के दृष्टिगत नगर निगम हरिद्वार द्वारा सभी सार्वजनिक शौचालय संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि शौच हेतु ₹2 का नाममात्र शुल्क लिया जाएगा, जबकि मूत्रालय का उपयोग पूर्णतः निशुल्क रहेगा। यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुविधा एवं जनहित को ध्यान में रखते हुए पूर्व में ही नगर निगम द्वारा निर्गत किया गया था।
किन्तु रविवार को नगर निगम को शिकायत प्राप्त हुई कि गौ-घाट स्थित एक शौचालय पर मूत्रालय उपयोग हेतु ₹10 शुल्क वसूला जा रहा है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त के निर्देश पर मुख्य सफाई निरीक्षक विकास चौधरी द्वारा तत्काल आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान शौचालय पर शुल्क सूची चस्पा पाई गई, तथा मुख्य सफाई निरीक्षक द्वारा शौचालय संचालक को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि शुल्क केवल संशोधित दर सूची के अनुसार ही लिया जाए।
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि कांवड़ मेले के दौरान निगम क्षेत्र अंतर्गत सभी शौचालयों की निगरानी सघन रूप से की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। निगम द्वारा विभिन्न अधिकारियों को क्षेत्रवार शौचालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
निरीक्षण हेतु वार्डवार जिम्मेदार अधिकारी…
1- सहायक नगर आयुक्त (स्वास्थ्य), रोड़ीबेलवाला एवं पंतद्वीप।
2- वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, वार्ड 1–10
3- सहायक नगर आयुक्त (कर अनुभाग): वार्ड 11–20
4- उप नगर आयुक्त: वार्ड 21–30
5- सहायक नगर आयुक्त (निर्माण): वार्ड 31–40
निरीक्षण के मुख्य बिंदु…
1- प्रत्येक शौचालय पर संशोधित शुल्क सूची चस्पा होना अनिवार्य है।
2- अधिकारी निरीक्षण के समय रेट लिस्ट की प्रति अपने साथ रखें।
3- स्वच्छता की स्थिति का मूल्यांकन करें – गंदगी पाए जाने पर संबंधित संचालक पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
4- सभी आवश्यक सुविधाएं सक्रिय एवं सुचारु रूप से उपलब्ध हों यह सुनिश्चित करें।
5- निरीक्षण के उपरांत संक्षिप्त रिकॉर्ड संधारित किया जाए एवं जहां कमियां पाई जाएं वहां पुनः निरीक्षण अगले दिन किया जाए।
नगर निगम हरिद्वार ने यह भी स्पष्ट किया है कि कांवड़ियों की सेवा और स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और संबंधित ठेकेदारों एवं शौचालय संचालकों को चेतावनी दी गई है कि निगम के दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करें।